

Garib Quotes In Hindi – खुदा का भी उस वक्त अच्छा लगता होगा, जब कोई शक्श किसी गरीब की मदद करता होगा।


शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है, वो मजदूर, जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है
Garib Quotes In Hindi


जब भी देखता हूँ किसी गरीब को हँसते हुए, यकीनन खुशिओं का ताल्लुक दौलत से नहीं होता।


यूँ न झाँका करो किसी गरीब के दिल में, वहाँ हसरतें वेलिबाज रहा करती हैं


सुला दिया माँ ने भूखे बच्चे को ये कहकर,परियां आएंगी सपनों में रोटियां लेकर


वो रोज रोज नहीं जलता साहब,मंदिर का दिया थोड़े ही है गरीब का चूल्हा है.


अमीर लोग तो साहब सपने देखे है raat को,हम गरीब तो अपने बच्चों के भूखे चेहरे देखते हैं


अपनी इस गरीबी को भगवान का दिया श्राप नहीं बल्कि उनका वरदान मानो, क्योंकि बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करना का जिगरा गरीब शक्श में ही होता है।


जिस इंसान को गरीबी नसीब हुई होती हैं उस इंसान का दबाने में लोगो को ज्यादा कठिनाई नहीं होती है।


किसी गरीब को मत सता, गरीब बेचारा क्या कर सकेगा, वोह तोह बस रो देगा, पर उसका रोना सुन लिया ऊपर वाले ने, तोह तू अपनी हस्ती खो देगा।


तानो का भार लोगो की डाट उसे सब सहना पड़ता है, क्या करे जनाब वो गरीब जो ठहरा है।


तहजीब की मिसाल गरीबों के घर पे है दुपट्टा फटा हुआ है मगर उनके सर पे है।


गरीब नहीं जनता की क्या हैं मंदिर और क्या हैं मस्जिद बस जहा उसे खाना मिलता दिखता हैं वही उसके लिए जाना हो जाता हैं निश्चित।

जिस शक्श के पास धन दौलत हैं लेकिन उसके साथ उसका परिवार नहीं, सच में उससे बड़ा गरीब इस दुनिया में कोई और नहीं।


अगर अपनी जिंदगी में तुम जरुरत से ज्यादा पैसा कमाने लग जाओ, तो किसी गरीब की जरुरत को पूरी करने में पीछे मत हटना।


अमीरी का हिसाब तो दिल देख के कीजिये साहेब, वरना गरीबी तो कपड़ो से ही झलक जाती है।


किसी गरीब को दान देना उसके बदले वो तुम्हे दुआ देगा, वो दुआ कितनी बड़ी होगी वो तुम्हे आने वाला कल खुद बता देगा।


जो भी व्यक्ति इस दुनिया में गरीब पैदा हुआ है, उस व्यक्ति का हर शक्श ने जरूर फ़ायदा उठाया है।



बहुत जल्दी सीख लेते हैं, ज़िन्दगी के सबक, गरीब के बच्चे बात बात पर जिद नहीं करते।


अपने मेहमान को पलकों पे बिठा लेती है गरीबी जानती है घर में बिछौने कम हैं।


मोहब्बत भी सरकारी नौकरी लगती हैं साहब, किसी गरीब को मिलती ही नहीं.

वो भूखा है जनाब उसे कहाँ मजहब समझ आता है.



बहुत जल्दी सीख लेते हैं, ज़िन्दगी के सबक, गरीब के बच्चे बात बात पर जिद नहीं करते।


आज तक बस एक ही बात समझ नहीं आती, जो लोग गरीबों के हक के लिए लड़ते हैं वो कुछ वक़्त के बाद अमीर कैसे बन जाते हैं।


हे ईश्वर तुमने जिन्दगी इतनी जटिल क्यु बनाई, कि गरीब दो वक्त के रोती के लिए तरस रहे हैं.


घर का चूल्हा जल सके इसलिए कड़ी धूप में जलते देखा है,हाँ मैंने गरीब की सांस को गुब्बारों में बिकते देखा है


छीन लेता है हर चीज़ मुझसे ऐ खुदा, क्या तू मुझसे भी ज्यादा गरीब है


भटकती है हवस दिन-रात सोने की दुकानों पर गरीबी कान छिदवाती है तिनके डाल देती है।


यह जमाना हमेशा किसी भी व्यक्ति के गरीब होने का पता उसके कपड़ो को देखकर लगाता है उसका दिल या उसके विचारो को देखकर नहीं।


जरा सी आहट पर जाग जाता है वो रातो को, ऐ खुदा गरीब को बेटी दे तो दरवाज़ा भी दे।


सर्दी, गर्मी, बरसात और तूफ़ान मैं झेलता हूँ, गरीब हूँ… खुश होकर जिंदगी का हर खेल खेलता हूँ


मजबूरियाँ हावी हो जाएँ ये जरूरी तो नहीं, थोडे़ बहुत शौक तो गरीबी भी रखती है

मैं गरीब का बच्चा था इसलिये भूखा रह गया, पेट भर गया वो कुत्ता जो अमीर के घर का था



दौलत है फिर भी अमीर नहीं लगते हो,क्योंकि आप गरीबों-सी सोच रखते हो

माना वो गरीब है, थोड़ी गन्दी उसकी बसती है,पर सच्ची मुहब्बत उसके ही दिल में बसती है



अमीरी मोहब्बत को इज्जत नही देती है,कभी गरीबों से इश्क़ करके जरूर देखना.


अमीरों के शहर में ही गरीबी दिखती है,छोड़ दो ऐसा शहर जहाँ हवा बिकती है.


गरीब नहीं जानता क्या है मज़हब उसका, जो बुझाए पेट की आग वही है रब उसका

सूखा रोटी को बाँट कर खाते हुये देखा मैंने,सड़क किनारे भिखारी को शहंशाह के रूप में देखा है हमने



दोपहर तक बिक गया बाजार का हर एक झूठ, और एक गरीब सच लेकर शाम तक बैठा ही रहा.
Originally posted on October 5, 2021 @ 4:45 am